अगले दिन विहान फिर से इशिका के लिए एक गिफ्ट लेकर पहुंचा। इशिका ने उसे वो फिर से वापिस करते हुए कहा, “मैं ये गिफ्ट्स से इंप्रेस नही होने वाली हूं। मुझे इंप्रेस करना है ना तो कुछ पुराना सोचो।”
इशिका वहां से चली गई पर विहान को उलझन में डाल गई। वो उसकी कही बात के बारे में सोचते हुए खोया हुआ चल ही रहा था की तभी सामने से आता हुआ अभय उससे टकरा गया क्योंकि अभय भी काशवी से बात करते हुए खोया हुआ ही चल रहा था। अभय ने झुंझलाते हुए फोन काटा और विहान को देखकर कहा, “तेरी तबीयत ठीक है ना। सामने से आते लोग भी दिखाई नही दे रहे है तुझे।“
“इन दिनों तबीयत ही तो ठीक नही है मेरी। एक लड़की ने इतना उलझा दिया है मुझे। ऊपर से उसकी बातें भी मुझे समझ नही आ रही।” विहान ने कहा।
“अब क्या कह दिया इशिका ने तुझे?” अभय ने पूछा तो विहान ने उसे देखते हुए कहा, “इशिका ने कहा है की अगर मुझे उसे इंप्रेस करना है तो मुझे कुछ पुराना सोचना पड़ेगा।“
“क्या? पुराना सोचना पड़ेगा से क्या मतलब?” अभय ने पूछा।
“मतलब तो नही पता पर इशिका क्या कमाल की लड़की है यार। अकसर लड़किया कहती है की उन्हें इंप्रेस करने के लिए कुछ नया सोचो। इशिका कुछ अलग ही बोलकर गई है। कितनी ब्यूटीफुल और डिफरेंट है वो।” विहान ने इशिका के ख्यालों में खोए हुए कहा।
“क्या कमाल की लड़की से प्यार हुआ है तुझे।” अभय ने हल्का सा मुस्कुराते हुए कहा।
वो दोनों थोड़ा साइड होकर खड़े हो गए। विहान ने उसे देखा और पूछा, “भाई, तुझे तो लव मैटर्स का बहुत एक्सपीरियंस है। तुझे तो पता ही होगा की इशिका के कुछ पुराना सोचो कहने का मतलब क्या था? मेरा तो पहला प्यार है इसलिए मुझे तो समझ नही आया।”
“भाई मेरी गर्लफ्रेंड, जिसकी वजह से मुझे लव मैटर्स का एक्सपीरियंस है, तेरी इशिका से बहुत ज्यादा अलग है। तूने इशिका को इतने गिफ्ट्स दिए फिर भी वो तुझे इंप्रेस नही हुई और कशवी, तेरी वजह से रोज मैं उसे एक गिफ्ट देता था जाकर, उन सब से वो इतनी खुश है ना की मैं बता भी नही सकता। तो भाई मैं मॉडर्न जमाने के लव का एक्सपीरियंस रखने वाला हूं। ये पुराना क्या है, ये मेरी समझ से बाहर है और तू मुझसे क्या कह रहा है, उनके पास जा न जिनके पास मेरे से भी ज्यादा एक्सपीरियंस है लव लाइफ का।” अभय ने कहा।
“तू किसकी बात कर रहा है?” विहान ने पूछा।
अभय ने उसे मुस्कुराते हुए देखा और कहा, “मेरे रिलेशनशिप की इंस्पिरेशन और तेरे होने वाले रिलेशनशिप की बनने वाली इंस्पिरेशन। तेरे मॉम डैड अपनी महान लव स्टोरी के साथ।”
विहान ने अभय को थोड़ी देर तक ऐसे देखा जैसे उसने पता नही क्या कह दिया हो और फिर उससे पूछा, “ये बात तूने सोच समझकर बोली है या ऐसे ही बोल दी?”
“सोच समझकर कही है। क्यों?” अभय ने कंफ्यूज होते हुए पूछा।
विहान ने उसके सिर पर हल्के से मारा और कहा, “मेरी लव स्टोरी की अभी शुरूआत तक नही हुई है और तू कह रहा है की मैं अपने पेरेंट्स को इन्वॉल्व करूं पहले ही।”
“मैंने तो तेरे भले के लिए ही कहा था। अब तेरी वाली के पुराना सोचो का मतलब शायद ओल्ड स्कूल लव से था और ओल्ड स्कूल लव का सबसे ज्यादा एक्सपीरियंस तेरे पेरेंट्स को है। वही है जो तेरी प्रेम की नैया पार लगवा सकते है। उनको तो इन्वॉल्व करना ही पड़ेगा।” अभय ने उसे समझाते हुए कहा।
“उनसे बात करेगा कौन? पता नही वो कैसे रिएक्ट करेंगे ये जानकर। अगर उन्होंने टिपिकल इंडियन पेरेंट्स की तरह बिहेव किया तो।” विहान ने अपने मन में बहुत कुछ सोचते हुए कहा।
अभय ने उसे हंसते हुए देखा और कहा, “तू अपने पेरेंट्स से डरता है। इतने कुल है यार वो दोनों। मैं तो सोचता हूं की काश वो मेरे पेरेंट्स होते।“
“चल फिर मेरे साथ। अब उनसे बात करने में तू मेरा साथ देगा।” विहान ने उसे अपने साथ ले जाते हुए कहा।
“भाई, मेरी क्लास है।” अभय ने उसे रोकने की कोशिश करते हुए कहा लेकिन विहान नही रुका और उसने कहा, “आगे तो क्लास तूने सिर्फ अटेंडेंस के लिए ही अटेंड की है हर बार। आज तुझे पढ़ाई याद आ रही है।”
“भाई लेकिन बात तो तू ही करेगा न अपने पेरेंट्स से।” अभय ने कहा। अबतक वो दोनों विहान की बाइक के पास आ गए थे। विहान ने बाइक पर बैठकर उसे देखा और कहा, “तू साथ खड़े रहना सपोर्ट के लिए।”
अभय सिर हिलाते हुए उसके पीछे बाइक पर बैठ गया और वो दोनों विहान के घर आ गए। विहान ने घर के अंदर आकर देखा की राज और सिमरन लिविंग रूम में बैठे हुए थे। उसने थोड़ा नर्वस होते हुए अभय से कहा, “यार मुझे नर्वसनेस हो रही है। पता नही इनके रिएक्शंस क्या होंगे इशिका के बारे में जानकर।”
अभय उससे कुछ कहने ही वाला था की तभी राज की नजर उन दोनों पर पड़ी और उन्होंने कहा, “अरे विहान, अभय! तुम दोनों ऐसे बाहर क्यों खड़े हो। अंदर आ जाओ।”
“नमस्ते अंकल। नमस्ते आंटी।” अभय ने विहान के साथ अंदर आते हुए कहा।
“नमस्ते। तुम दोनों को इस वक्त कॉलेज में नही होना चाहिए। यहां क्या कर रहे हो तुम दोनों।” सिमरन ने पूछा।
“वो आंटी विहान को आप दोनों से कुछ बात करनी है।” अभय ने जल्दी से कहा।
ये सुनकर सिमरन और राज ने विहान को देखा तो विहान थोड़ा नर्वस हो गया और उसने कहा, “मैं बताऊंगा पर पहले आप दोनों मुझे प्रॉमिस करे की आप स्ट्रिक्ट टिपिकल इंडियन पेरेंट्स की तरह बिहेव नही करेंगे।”
राज ने उसे देखा और कहा, “तुम्हें हम ऐसे लगते है क्या। बात बताओ क्या है।”
“वो मम्मी पापा एक लड़की है जिसे…,” विहान ने अभी इतना ही कहा की राज ने उसे आगे न बोलने का मौका देते हुए सिमरन से कहा, “देखा सिमरन मैंने तुमसे कहा था ना की किसी लड़की का चक्कर होगा विहान के साथ।”
उनकी ये बात सुनकर विहान ने हैरानी से उन दोनों को देखा और पूछा, “आप दोनों को कैसे पता पापा?”
“बेटा, जिस स्कूल में तुम एडमिशन लेने का फॉर्म भरने की कोशिश कर रहे हो ना हम उसके प्रिंसिपल है कई सालों से। मैंने तो तभी अंदाजा लगा लिया था जब तुम रोज पिछले बीस दिनों सुबह जल्दी ही कॉलेज के लिए निकल जाया करते थे।” राज ने कहा। विहान बस हैरानी से उन दोनों को देखता रहा।
Continued in लव आजकल - 4