विहान अपनी बाइक पर बैठकर कॉलेज से घर जाने के लिए निकल गया। पूरे रास्ते उसके मन में इशिका और उस लड़के का ख्याल आ रहा था। घर पहुंचकर वो सीधा अपने कमरे में चला गया। राज और सिमरन उस वक्त घर पर नही थे। विहान अपने बेड पर लेट गया और इशिका और उस लड़के के बारे में सोचते हुए ही नींद की आगोश में चला गया।
वहीं इशिका उस लड़के के साथ बैठकर बातें करते हुए बार बार सामने देखे जा रही थी लेकिन उसे कहां मालूम था की विहान नही आने वाला था। उसे बार बार सामने देखता हुआ पाकर उसके साथ बैठे लड़के ने उससे पूछा, “दीदी, ऐसा कौन आने वाला है सामने से जो आप बार बार सामने देख रहे हो?”
“तुम अपने काम से काम क्यों नही रख सकते हो गौरव। फर्स्ट ईयर में एडमिशन हुआ है न नया नया। जाओ जाकर कॉलेज देखो और फ्रेंड्स बनाओ।” इशिका ने उसे आराम से कहा लेकिन उसकी आँखों में एक अजीब सी बेचैनी थी।
गौरव उसे वहां अकेला छोड़कर अपने दोस्तों के पास चला गया। इशिका ने बहुत देर तक वहीं बैठे हुए विहान का इंतजार किया लेकिन विहान नही आया। इशिका उदास मन से खड़ी हुई और गौरव को ढूंढकर उसके साथ घर जाने के लिए निकल गई।
घर पहुंचकर उसने बार बार विहान को बहुत सारे मैसेजेस और कॉल्स किए लेकिन विहान ने कोई जवाब नही दिया। इशिका को इस तरह से इग्नोर करना विहान को भी बिल्कुल अच्छा नही लग रहा था लेकिन उसे इस बात पर गुस्सा भी था कि इशिका को उसे इस बारे में खुद से ही बता देना चाहिए था कि एक लड़का उसका बेस्टफ्रेंड है। उसे बुरा इसलिए लग रहा था क्योंकि ये बात उसे काजल ने बताई थी और उसने अपनी आँखों से उस लड़के को इशिका के बहुत ही करीब बैठे हुए देखा था।
खाने के वक्त भी आज विहान बहुत ही चुप था। राज और सिमरन, दोनों ही इस बात को महसूस कर पा रहे थे। उन्होंने विहान ने इस बारे में पूछा भी लेकिन विहान ने कुछ नही कहकर बात को टाल दिया।
खाने के बाद वो अपने कमरे में गया तो बेड पर पड़ा हुआ उसका फोन बजने लगा। इससे पहले वो उसे उठा पाता, फोन कट गया। उसने बेड से फोन उठाकर देखा तो पाया कि इशिका की बहुत सारी मिस्ड कॉल्स थी। उसने एक गहरी सांस लेते हुए इशिका का नम्बर मिलाया।
विहान का कॉल आता हुआ देखकर इशिका ने जल्दी से उसे उठा लिया और रोते हुए अपनी भारी आवाज में कहा, “मैं तुम्हें कब से मैसेजेस और कॉल्स कर रही हूं विहान पर तुम न मेरे कॉल्स उठा रहे हो न ही मेरे मैसेजेस का जवाब दे रहे हो। मुझसे कोई गलती हुई है तो मुझे बताओ पर मुझसे बात तो करो।“
अचानक से विहान को राज की कही हुई बात याद आ गई। राज ने उससे कहा था कि कभी भी अपने और इशिका के बीच किसी तीसरे को न लाना और न ही उसकी किसी भी बात पर कभी भरोसा करना। अगर इशिका और तुम्हारे बीच कोई भी बात या कोई प्रॉब्लम हो तो इशिका से बात करके उसे सॉल्व करना और हमेशा इशिका पर भरोसा करना।
“विहान, तुम कुछ बोल क्यों नही रहे?” इशिका ने अपनी भारी आवाज में पूछा।
थोड़ी देर खामोश रहने के बाद विहान ने कहा, “मैं थोड़ी देर में तुमसे मिलने आऊंगा अभी तुम्हारे घर। छत्त पर मेरा इंतजार करना।”
विहान ने फोन काट दिया। इशिका छत्त पर जाने के लिए सबके सोने का इंतजार करने लगी। जब सब लोग सो गए तो इशिका छत्त पर आकर विहान का इंतजार करने लग गई। वहीं विहान भी राज और सिमरन के सो जाने के बाद अपनी बाइक लेकर इशिका के घर जाने के लिए निकल गया।
विहान ने बाइक इशिका के घर के सामने रोकी तो इशिका उसे छत्त पर खड़ी हुई दिखाई दी। विहान ध्यान से पाइप पर चढ़कर छत पर पहुंचा। उसे वहां देखते ही इशिका रोने लगी और फिर उसके गले लग गई।
विहान इशिका से नाराज तो था लेकिन फिर भी उसने इशिका को अपनी बाहों में थाम लिया। इशिका ने उसे दूर होकर उसे देखते हुए कहा, “क्या हुआ है विहान जो तुम मुझसे बात नही कर रहे? पता है मैं कितनी परेशान हो गई थी तुम्हारे इस तरह इग्नोर करने से। मैं सब सह सकती हूं लेकिन तुम्हारा मुझे इग्नोर करना नही।”
“मैं जो तुमसे पूछूंगा। मुझे सच बताना इशिका क्योंकि मैं सिर्फ तुम्हारे ऊपर यकीन करना चाहता हूं।” विहान ने गंभीर होकर कहा तो इशिका ने हां में सिर हिला दिया।
“आज कॉलेज में जो तुम्हारे साथ गार्डन में लड़का बैठा हुआ था वो कौन है?” विहान ने पूछा।
इशिका ने उसके सवाल का जल्दी से जवाब देते हुए कहा, “वो गौरव है। मेरे चाचू का बेटा। उसने अभी अभी स्कूल खत्म हो जाने के बाद कॉलेज में एडमिशन लिया है। भाई है वो मेरा।”
विहान उसकी बात सुनकर हैरान हो गया और उसने कहा, “लेकिन काजल ने तो मुझसे कहा था कि वो तुम्हारा बेस्ट फ्रेंड है।“
“काजल ने झूठ बोला है तुमसे। उसने हमारे बीच गलतफहमी क्रिएट करने की कोशिश की है। अगर ऐसी कोई बात होती न तो मैं तुम्हें खुद ही सबसे पहले बता देती विहान।” इशिका ने उसके करीब आते हुए कहा।
विहान ने उसके चेहरे को अपने हाथों में थामा और कहा, “आई एम सॉरी। तुम अब से उस काजल से थोड़ा दूर रहना। मुझे वो सही नही लगती।”
“पर एक बार हम दोनों उसे इस बात के लिए कन्फ्रंट जरूर करेंगे कि उसने ऐसा क्यों किया।” इशिका ने कहा तो विहान मान गया। वो थोड़ी देर इशिका को अपनी बाहों में थामकर उसी तरह खड़ा रहा और फिर इशिका को जाने के लिए कहने ही वाला था कि तभी उन दोनों को किसी के सीढियां चढ़ने की आवाज आई।
इशिका घबरा गई थी लेकिन विहान आराम से वैसे ही खड़ा था। इशिका विहान के साथ कहीं छुपने के लिए आगे बढ़ने ही वाली थी की तभी कोई छत्त पर आ गया। अपने सामने खड़े इंसान को देखकर इशिका थोड़ा हैरान हो गई।
Continued in लव आजकल - 11
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