Sunday 11 August 2024

इश्क़ हमारा


यह इश्क हमारा अधूरा सा है , 

मेरा मन कहीं खोया सा है।

चलते थे जब राहों पर तेरा हाथ थाम , 

आज भी याद है मुझे वो शाम।

तेरी मुस्कराहट देख के दिल मेरा मुस्कुराता था , 

तेरी आँखों में आसू देख के मेरा भी दिल रो जाता था , 

कभी समझ नहीं पाए एक दुसरे को , 

अब इस दिल को समझाना है।

दूर जा चुके हो तुम , 

फिर भी इस दिल को तुम्हे पाना है| 

जिस दिन से जिंदगी से तू इस कदर गया है , 

जीवन मेरा बदल सा गया है।

कैसे तुझे भुला दिया है , 

इस दिल को समझ ना आया।

तेरे साथ था जीना , 

तेरे साथ था मरना , 

फिर भी तुझसे जुदा हुयी |

तुझे दिल में रखकर भी अधूरी रही, 

तेरी यादों से किया संगम।

सीख लिया तेरे बिना हमने जीना।

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