तुमसे शादी करने का फैसला बहुत ही गर्व वाला था,
चेहरे पर मुस्कान लिए हुए लाल जोड़ा पहनकर,
जब मैं तुम्हारे पास आई,
और मैंने अपना हाथ तुम्हारे हाथ पर रखा,
वो पल बेहद खुशी वाला था।
दिल में बहुत सारी हिम्मत भरकर,
मैंने तुमसे कभी ना दूर जाने का वादा किया,
जो वचन मैंने तुम्हें दिए,
और जो सिंदूर तुमने मेरी मांग में सजाया,
उन्होंने मुझे हमेशा के लिए तुम्हारा कर दिया।
तुमने मुझे नहीं डरने के लिए कहा,
बताते हुए की देश से जुड़ा फर्ज तुम्हें जल्द ही बुलाएगा,
मुझे खुदको डालनी होगी अकेले रहने की आदत,
रातों को अब ये आधा खाली बिस्तर,
मुझे तुम्हारी यादों से सताएगा।
दुआ रहती है भगवान से की तुम जब अपना निभा रहे हो,
तो वो तुम्हें सही सलामत रखे,
तुम्हारे लिए हमेशा खुदको मजबूत बनाकर रखू,
मैं हमेशा चाहती हूँ,
की एक फौजी की पत्नी होने का गर्व और खुशी,
सबको मेरी आँखों में दिखे।
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