Wednesday 12 June 2024

ख़्वाब


मैं बनती हूं तुम्हारे प्यार में गंगा जैसे बहने वाली, 

बस तुम मेरा ठहरा सा अस्सी घाट बन जाओ, 

मैं बनती हूं चांद तुम्हारी जिंदगी में, 

बस तुम मुझे अपने में जगह देने वाला आसमान बन जाओ, 

मेरी जिंदगी महकती है चाय की खुशबू सी अभी, 

तुम उसमें और महक लाने वाली इलायची बन जाओ, 

मैंने देखा है ख़्वाब एक खूबसूरत से हमसफर का, 

तुम मेरे उस ख़्वाब की हकीकत बन जाओ।


No comments:

Post a Comment