Thursday 16 May 2024

जिंदा रहती है हमेशा मोहब्बतें - 17

 


अयांश और आहना एक दूसरे से दूर थे पर फिर भी ऐसे महसूस कर रहे थे जैसे वो दोनों एक दूसरे के बहुत करीब हो। एक साल बहुत ही जल्दी से बीत गया। इस एक साल में जहाँ अयांश ने अपना सारा ध्यान अपनी पढ़ाई में लगाया वहीं राकेश और कबीर के साथ काम करते हुए आहना ने बहुत कुछ सीखा। राकेश आहना को अपने साथ मीटिंग्स में लेकर जाते थे जिससे आहना में कॉन्फिडेंस और फैसले लेने का तुजुर्बा आया। साथ ही इन दूरियों में अयांश और आहना का एक दूसरे के लिए प्यार और ज्यादा बढ़ गया। 


पिछले तीन साल से रिद्धिमा और निखिल जिस काम को करने के लिए सही वक्त का इंतजार कर रहे थे वो भी जल्दी ही आने वाला था। रिद्धिमा आहना को अयांश की जिंदगी से निकालना चाहती थी और निखिल आहना से शादी करना चाहता था। रिद्धिमा अयांश के जाने के तुरंत बाद ही आहना को निखिल के साथ कहीं दूर भेज देना चाहती थी पर जब उसे पता चला की राकेश आहना को ऑफिस में अपने साथ रखने लगे है और आहना को कहीं भी अकेले जाने नही दिया जाता तो उसे रुकना पड़ा। रिद्धिमा और निखिल को मिलकर ये प्लानिंग करनी थी की वो आहना को अकेले बाहर कैसे बुलाएंगे  जिससे राकेश और कबीर को इस बारे में कुछ भी पता ना लग सके जिसके लिए वो दोनों एक दिन कैफे में मिले। 


“आप क्या चाहती है मुझसे?” निखिल ने सीरियस होकर पूछा। 


“राकेश और कबीर, दोनों ही आहना का बहुत अच्छे तरीके से ख्याल रख रहे है। वो दोनों आहना को एक सेकंड के लिए भी अकेले नही रहने देते जैसे उन दोनों को ये पहले से पता हो की मैं आहना के साथ जरूर कुछ करूंगी।” रिद्धिमा ने गुस्से से कहा। 


“मुझे इन सब से कोई फर्क नही पड़ता। मुझे सिर्फ आहना चाहिए।” निखिल ने कहा। 


“अगर तुम आहना को किडनैप करलो तो।” रिद्धिमा ने कहा। 


“क्या मतलब है आपका?” निखिल ने पूछा क्योंकि उसे समझ नही आ रहा था रिद्धिमा क्या करना चाहती है।


“मैं परसों आहना को अपने साथ अकेले शॉपिंग के लिए लेकर जाऊंगी इस बात का ध्यान रखते हुए की राकेश और कबीर को पता ना चले। तुम वहाँ से उसे किडनैप कर लेना और उसे यहाँ से बहुत दूर ले जाना। तुम आहना से शादी कर लेना और अयांश नूपुर से शादी कर लेगा।” रिद्धिमा ने बड़ी सी मुस्कान के साथ कहा। निखिल इसके लिए जल्दी से मान गया। 


थोड़ी सी प्लानिंग करने के बाद रिद्धिमा कैफे से बाहर आ गई। उसने अपने पर्स से फोन निकालकर आहना का नंबर मिलाया। 


आहना राकेश के साथ किसी मीटिंग से वापिस आ रही थी जब उसका फोन बजा। स्क्रीन पर रिद्धिमा का नाम देखकर वो हैरान थी। 


“किसका फोन है बेटा?” राकेश ने पूछा। 


“रिद्धिमा आंटी का।” आहना ने जवाब दिया। 


“फोन उठाओ और स्पीकर पर लगाकर बात करना।” राकेश ने कहा क्योंकि वो जानते थे की रिद्धिमा कुछ तो ऐसा करेगी ही जिससे वो आहना को अयांश की जिंदगी से निकाल सके। आहना ने वैसा ही किया और बात करने लग गई। “हेलो आंटी।” 


“आहना बेटा, क्या अभी तुम अकेली हो?” रिद्धिमा ने प्यार से पूछा। आहना को थोड़ी हैरानी हुई की रिद्धिमा उससे इतने प्यार से बात कर रही है। उसने कहा, “जी आंटी, मैं अकेली हूँ इस वक्त।” 


ये जानकर रिद्धिमा को थोड़ी तसल्ली हुई तो उसने पूछा, “क्या परसों तुम फ्री हो?” 


आहना ने राकेश की तरफ देखा और कहा, “जी आंटी। आपको कुछ काम था मुझसे।” 


“क्या तुम परसों मेरे साथ शॉपिंग पर चलोगी?” ये सुनकर आहना हैरान हो गई। उसने राकेश को देखा। राकेश ने उसे हाँ कहने का इशारा किया तो आहना ने कहा, “ठीक है आंटी। मैं चलूंगी आपके साथ।” 


“मैं तुम्हें लेने आ जाऊंगी और सुनो, राकेश और कबीर को इस बारे में कुछ मत बताना।” कहकर रिद्धिमा ने फोन काट दिया। 


आहना ने राकेश को देखा और पूछा, “अंकल, आपने मुझे आंटी से हाँ बोलने को क्यों कहा?”


“कुछ नही बेटा बस देखना चाहता हूँ कि मेरी वाइफ के दिमाग में चल क्या रहा है तुम्हें लेकर। तुम परेशान मत हो। मैं भी मॉल में तुम्हारे साथ ही रहूंगा।” राकेश ने कहा। 


***


रिद्धिमा आहना को लेकर मॉल पहुँची। रिद्धिमा कपड़ों की दुकान में चली गई और कपड़ें देखने लगी। आहना उसे चुपचाप देख रही थी। राकेश अपने दोस्त अर्जुन, जो की एक पुलिस ऑफिसर है, के साथ मॉल में लगे सीसीटीवी कैमरे की मदद से उन दोनों पर नजर रखे हुए थे। कबीर भी उनके साथ थे और आहना के लिए परेशान थे।


जो ड्रेसेज रिद्धिमा खरीदना चाहती थी वो उन्हें आहना को दिए जा रही थी। आहना को दोनों हाथो में ड्रेसेज पकड़े देखकर रिद्धिमा ने कहा, “पता नही राकेश और अयांश को तुम में क्या दिखाई देता है जो तुम्हारे साथ इतना अच्छा बनकर रहते है जबकि मेरी नजरों में सिर्फ ये काम डिजर्व करती हो तुम।” 


आहना चुप रही और खुदको ऐसा दिखाया की उसे कोई फर्क नही पड़ा। राकेश को कुछ सुनाई तो नही दे रहा था पर वो समझ गए थे की रिद्धिमा आहना की इंसल्ट कर रही है। उन्हें इस वक्त रिद्धिमा पर गुस्सा आ रहा था पर वो जाकर उसे रोक नही सकते थे क्योंकि ऐसा करने से रिद्धिमा को पता चल जाएगा की वो वहीं है और फिर रिद्धिमा अपना प्लान कैंसल कर देगी जो भी वो आहना के साथ करना चाहती है।


दो घंटे शॉपिंग के बाद रिद्धिमा ने कहा, “मुझे भूख लग रही है। चलो चलकर कुछ खाते है।”


आहना चुपचाप सारे बैग उठाकर उसके पीछे चलने लगी। वो दोनों मॉल के एक रेस्टोरेंट में आकर बैठ गई। रिद्धिमा ने खाने का ऑर्डर दिया और अपना फोन निकालकर किसी को मैसेज करने लगी। “मैं आहना को अकेले छोड़कर जा रही हूँ। अपना काम शुरू करदो।”


मैसेज करने के बाद उसने आहना से कहा, “मैं वाशरूम होकर आती हूँ। तुम यहीं रहना।” 


राकेश ये सब देख रहे थे। उन्होंने टीवी की स्क्रीन पर देखा की रिद्धिमा उठकर चली गई है। कुछ देर बाद उन्होंने देखा की आहना के पास दो आदमी आकर बैठ गए है। आहना उन्हें देख घबरा गई पर खुदको शांत रखा। 


ये देख राकेश सोचने लगा, “तो ये है तुम्हारा प्लान रिद्धिमा। आहना को किडनैप करवाना।”


राकेश की तरफ देखकर अर्जुन ने पूछा, “क्या हमें अब कोई एक्शन लेना चाहिए?”


“उन्हें आहना को बाहर लेके जाने देते है। अपने ऑफिसर्स से कहो तैयार रहे।” राकेश ने कहा और स्क्रीन पर देखा जिसमें वो दोनों आदमी आहना को धमकाते हुए नजर आ रहे थे और फिर आहना उनके साथ उठकर चुप चाप बाहर जाने लगी।


Continued in जिंदा रहती है हमेशा मोहब्बतें - 18

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