Saturday, 14 December 2024

लव आजकल - 4

 


विहान को इस बात की बिल्कुल भी उम्मीद नही थी की राज और सिमरन को पहले से ही इस बात का अंदाजा होगा की विहान किसी लड़की के पीछे लगा हुआ है। अभय सोफे पर बैठकर उसे हंसते हुए देख रहा था। 


“कौन है वो लड़की वैसे और क्या नाम है उसका?” सिमरन ने पूछा। 


विहान ने उन्हें देखा और कहा, “उसका नाम इशिका है। हमारे कॉलेज के प्रिंसिपल सर की भतीजी है।” 


ये सुनकर सिमरन हैरान हो गई और उन्होंने कहा, “प्रिंसिपल की भतीजी। क्या सच में? तुम्हें और कोई लड़की नही मिली, विहान।” 


“ऐसा मत बोलिए, मॉम। अभी तो वो मुझसे इंप्रेस तक नही हुई है इतने एफर्ट्स करने के बाद भी। आप ऐसे कहोगे तो मेरी लव स्टोरी तो शुरू होने से पहले ही खत्म हो जाएगी।” विहान ने मासूमियत से कहा।


“तुम तो पूरे बीस दिन से लगे हुए हो फिर क्यों इंप्रेस नही हुई तुमसे।” राज ने पूछा। 


विहान उनके सामने बैठ गया और उसने कहा, “पापा, मैंने पूरे बीस दिन से इस लड़की को अलग अलग गिफ्ट्स देकर इस लड़की को इंप्रेस करने की कोशिश की क्योंकि मुझे लगता था आजकल की लड़कियां ऐसे ही इंप्रेस होती है लेकिन ये लड़की तो अलग ही निकली। उसने मेरे दिए हुए सारे गिफ्ट्स मुझे वापिस कर दिए।” 


“ऐसा क्यों किया उसने?” सिमरन ने उसे देखते हुए पूछा। 


“उसने मुझसे कहा कि अगर मुझे उसे इंप्रेस करना है तो मुझे कुछ पुराना सोचना होगा।” विहान ने कहा।


राज और सिमरन ने कंफ्यूज होकर उसे देखते हुए एक साथ पूछा, “पुराना से तुम्हारा क्या मतलब है?” 


“मेरा नही, इशिका का मतलब है पुराना से। उसने बोला है की वो गिफ्ट्स से इंप्रेस नही होने वाली है। मुझे कुछ पुराना सोचना होगा। शायद वो ओल्ड स्कूल लव चाहती है।” विहान ने कहा।


“ओल्ड स्कूल लव?” सिमरन और राज ने फिर से उसे हैरानी से देखते हुए एक साथ पूछा। 


“आप दोनों के जमाने का प्यार। नाइनटीज वाला।” विहान ने कहा तो राज और सिमरन मुस्कराने लगे।


“कमाल ही है की आज की मॉडर्न जेनरेशन में भी ऐसी लड़कियां है जो ओल्ड स्कूल लव में बिलीव करती है। इस लड़की से मेरी और तुम्हारी मम्मी की बहुत बनेगी।” कहकर राज ने सिमरन को देखा और उनसे पूछा, “क्यों सिमरन जी?” 


“बिल्कुल, मुझे तो बहुत एक्साइटमेंट है इस लड़की से मिलने की।” सिमरन ने खुश होते हुए कहा। 


“तो फिर आप दोनों मेरी हेल्प करेंगे न उसे इंप्रेस करने में?” विहान ने उन दोनों को उम्मीद से देखते हुए पूछा। 


राज और सिमरन ने उसे हैरानी से देखते हुए पूछा, “क्या?” 


“इसलिए ही मैंने आप लोगों को इशिका के बारे में बताया है की आप लोग उसे इंप्रेस करने में मेरी हेल्प कर सके।” विहान ने कहा। 


“वाह! मुझे तो लगा था की ये सिर्फ हम बताएगा। ये तो सोचा भी नही था की ये हमारी ही हेल्प मांगेगा उसे इंप्रेस के लिए।” सिमरन ने कहा। 


विहान ने उन दोनों को देखकर कहा, “अब लव का सबसे ज्यादा एक्सपीरियंस भी आप दोनों को ही है।” 


“ठीक है ना सिमरन। हमारा ही बेटा है। अगर ये किसी को चाहता है और उसे इंप्रेस करने में इसे हमारी मदद चाहिए तो इसमें कुछ गलत नही है। हम तुम्हारी हेल्प करेंगे।” राज ने कहा तो विहान खुश हो गया और उसने कहा, “थैंक यू, पापा।” 


“मेंशन नॉट, बेटा जी। अब तुम्हारी प्रेम कहानी सक्सेसफुल बनाकर रहेंगे हम।” राज ने मुस्कुराकर कहा। 


“तो आप मुझे जल्दी से बताइए की आपको जब मम्मी को कोई गिफ्ट देना होता था तो आप उन्हें क्या देते थे?” विहान ने पूछा। 


राज ने थोड़ी देर कुछ सोचा और फिर कहा, “देखो वैसे बहुत सी चीजों से तुम उसे इंप्रेस कर सकते हो। वो सब मैं तुम्हें धीरे धीरे बताऊंगा। अभी के लिए तुम उसे आर्चीज का एक कार्ड गिफ्ट करो।” 


“आर्चीज का कार्ड। ओके।” कहकर विहान ने अभय को देखा और उससे कहा, “चल अभय।” 


वो दोनों जाने लगे लेकिन सिमरन ने उन्हें रोकते हुए कहा, “अरे रुको दोनों।” 


वो दोनों रूक गए तो सिमरन ने विहान को देखकर कहा, “इतनी भी क्या जल्दी है। अभय घर आया है। उसे खाने के लिए पूछा तुमने। बस चल दिए उसे लेकर। खाना लगवा रही हूं। खाना खाकर जाना जहां भी जाना है तुम्हें।” 


विहान अभय के साथ वापिस सोफे पर बैठ गया और सिमरन लिविंग रूम से बाहर खाना लगवाने के लिए चली गई। 


खाना लगवाकर सिमरन ने सबको आवाज लगाई तो सभी खाने के लिए डाइनिंग टेबल पर आकर बैठ गए। सबको खाना सर्व कर सिमरन खुद भी खाने के लिए बैठ गई। विहान बहुत जल्दी जल्दी में खा रहा था इसलिए सिमरन ने उसे डांटते हुए कहा, “थोड़ा आराम से खाओ विहान। इतनी क्या जल्दी है तुम्हें। एक कार्ड ही लेना है ना। दुकानें रात तक खुली रहती है।” 


विहान आराम से खाने लगा। उसे ऐसे देखकर राज को बहुत हंसी आ रही थी जिसे वो रोक नही पाए और जोर से हंसने लगे। सबने उन्हें देखा और सिमरन ने उनसे पूछा, “आप क्यों हंस रहे है?” 


“क्या तुमने कभी सोचा था की एक लड़की का प्यार हमारे बेटे को इतना बदल सकता है और अभी तो इसकी लव स्टोरी शुरू भी नही हुई है तो इसका ये हाल है। एक बार इसकी लव स्टोरी शुरू हो गई तब पता नही क्या होगा।” राज ने हंसते हुए कहा।


“ये तो वक्त ही बताएगा की तब क्या होगा।” सिमरन ने कहा और फिर से सब लोग खाना खाने लग गए। 


खाना खाकर विहान जल्दी से अपनी बाइक पर बैठकर अभय के साथ आर्चीज के शोरूम जाने के लिए निकल गया। वहां जाकर उसने बहुत से खूबसूरत कार्ड्स देखे जिनके ऊपर बहुत ही प्यारे लव मेसेजेस लिखे हुए थे। उसने उन सब कार्ड्स में से एक लाल रंग का दिल के प्रिंट वाला कार्ड पसंद किया जो दोनों तरफ और ऊपर की ओर भी खुलता था। उसके ऊपर इंग्लिश में एक बहुत प्यारा मैसेज लिखा हुआ था और अंदर स्प्रिंग के ऊपर एक छोटा सा दिल अटैच किया गया था जो उसे खोलते ही उभर पड़ता था। 


वहां ने वो कार्ड खरीद लिया तो अभय ने कहा, “आई होप की इशिका को ये पसंद आ जाए।” 


“अब ये तो कल ही पता चलेगा।” विहान ने अपने हाथ में पकड़े उस कार्ड को देखते हुए कहा। 


Continued in लव आजकल - 5


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