Sunday 18 August 2024

याद है मुझे


याद है मुझे , 

वो पहली बार , 

हमारी नज़रों का मिलना , 

और दिल ही दिल में ,

तुम्हारा मुझे देखके मुस्कुराना | 


याद है मुझे , 

जब हम दोनों इस सोच में थे ,

की दोबारा मुलाक़ात होगी या नहीं , 

क्या दोबारा एक दूसरे को देख पाएंगे कभी |


याद है मुझे , 

चोरी चुपके तुम्हारा मुझसे मिलने आना , 

बहाने बनाकर मेरा घर से निकलना , 

और फिर पूरा दिन , 

हाथों में हाथ डाले , 

नए सपने सजाना |


याद है मुझे , 

मुझे देखकर तुम्हारा वो मुस्कुराना , 

और मेरा तुम्हारी बाहों में , 

दोड़कर चले आना , 

एक अजीब सी बेकरारी थी , 

एक अजीब सा खुमार था वो

पर आज भी जब तुम्हारा हाथ थामकर चलती हूँ , 

तो एक मुस्कान चहरे पर आ जाती है , 

और मन में एक ही ख्याल आता है ,

की कितना हसीन हर एक पल था , 

याद है मुझे , 

जब सजाया हमने , 

अपना आने वाला कल था | 

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