हम तुम आ खड़े है,
एक ऐसे मोड़ पर,
एक तरफ है दुनिया की फ़िक्र,
तो दूसरी ओर इश्क़ की कदर,
चुनना किस राह को है,
इसकी न है कोई खबर।
एक डर मन में है,
की खो देंगे एक दुसरे को,
नफरत करते हुए,
भूल न जाए कही दुसरे को।
छोड़ने होंगे हाथ यहाँ,
मंज़िलो को चुनना है,
बस याद रखना,
दुबारा मिलना है,
और एक नई ज़िन्दगी को
साथ जीना है।
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