Monday 6 May 2024

जिंदा रहती है हमेशा मोहब्बतें - 9


अयांश का बर्थडे शुरू होने में बस एक घंटा बाकी था। अयांश आहना के साथ ही था इसलिए आहना ने उसके लिए कुछ स्पेशल करने का सोचा। वो अपने कमरे से निकलकर किचन में आई। उसने फ्रिज को खोलकर देखा तो उसे कुछ कपकेक मिल गए। वो खुश हो गई। उसने कपकेक्स निकालकर प्लेट में रखे। 


“ये ऐसे अच्छे नही लग रहे।” सोचते हुए आहना अपने कमरे में गई। आहना को चॉकलेट्स बहुत पसंद थी इसलिए उसके पास हमेशा चॉकलेट्स होती थी। वो चॉकलेट्स लेकर वापिस आई। उसने कपकेक्स को चॉकलेट्स से सजाया और बारह बजने का इंतजार करने लगी। 


जैसे ही बारह बजे, आहना हैप्पी बर्थडे गाते हुए अयांश के कमरे में गई। अयांश जानता था की आहना उसे विश करने जरूर आएगी इसलिए वो भी जागा हुआ था। अयांश बेड से खड़ा हुआ और उसने आहना को गले लगा लिया। 


“हैप्पी बर्थडे।” आहना ने उसके गले लगे हुए कहा। 


अयांश आहना से दूर हुआ और उसने आहना के बालों को सहलाते हुए कहा, “थैंक्यू माय लव। ये बर्थडे तो बहुत स्पेशल हो गया मेरे लिए क्योंकि सबसे पहले तुमने मुझे विश किया है।” 


आहना हल्का सा मुस्कुराई और कहा, “मैं तुम्हारे लिए ये कपकेक्स भी लेकर आई हूँ और देखो, मैंने इन्हें चॉकलेट से सजाया है।” 


अयांश ने महसूस किया कि आहना थोड़ी सी उदास लग रही है तो उसने पूछा, “क्या हुआ, आहना? तुम उदास क्यों हूँ?” 


“मुझे केक लाना चाहिए था ना।” आहना की बात सुनकर अयांश मुस्कुराया और उसे बेड पर बैठा दिया। 


“तुम ऐसे उदास मत हुआ करो। मैं तुम्हें हमेशा हँसने की वजह देना चाहता हूँ। उदास होने की नही और फिर मेरे लिए तो तुम ही मेरा गिफ्ट हो और ये कपकेक्स बहुत क्यूट है बिलकुल तुम्हारी तरह।” कहकर उसने आहना के गाल खींचे। 


“चलो फिर सेलिब्रेट करते है तुम्हारा बर्थडे।” आहना ने खुशी के साथ कहा और प्लेट बेड पर रख दी। अयांश उसके पास बैठ गया। आहना ने एक प्लास्टिक का चाकू अयांश को दिया जिससे उसने कपकेक को काटा। उसने एक कपकेक उठाया और आहना को खिलाते हुए कहा, “आहना, आज तुम मेरे साथ रहो ना। मैं तुम्हें अपनी बाहों में लेके सोना चाहता हूँ।” 


“मैं तुम्हारे साथ ही हूँ, अयांश।”, आहना ने कहा तो अयांश ने बिना कुछ कहे उसे अपनी बांहों में समेट लिया। आहना ने अपनी उँगली में अँगूठी को देखा जो अयांश ने उसे पहनाई थी। 


“मैं अब अयांश की जिंदगी में सबसे खास हूँ।” सोचते हुए आहना ने अपना सिर अयांश के सीने पर रखा और उसके दिल की धड़कने सुनने लगी। देर रात तक दोनों बातें करते रहे और उन्हें पता ही नही चला की कब वो एक दूसरे की बाहों में सो गए। 


सुबह जब आहना की नींद खुली तो वो अयांश को देखकर मुस्कुरा उठी। सोते हुए वो काफी क्यूट लग रहा था। वो अभी भी आहना को अपनी बाहों में लेकर सोया हुआ था। आहना ने धीरे से खुदको उससे दूर किया जिससे वो जाग न जाए और उसके गाल पर किस करके  अपने कमरे में चली गई। 


अयांश की नींद थोड़ी देर से खुली। वो कमरे से बाहर आया तो देखा आहना किचन में उनके लिए नाश्ता बना रही थी। आहना ने उसे देखा तो कहा, “तुम उठ गए। जल्दी से नहालो। फिर नाश्ता करके कॉलेज चलते है।” 


“मैं घर जा रहा हूँ, आहना। मैं यही कपड़े पहन कर कॉलेज नही जा सकता और नए कपड़े यहाँँ है नही। मैं तैयार होकर फिर से यहाँ आ जाऊंगा तुम्हें अपने साथ ले जाने के लिए।” अयांश ने कहा तो आहना ने उसे रोका और कहा, “तुम यहीं रूको। मैं अभी आती हूँ।” 


आहना अपने कमरे में गई और एक बैग पकड़े हुए बाहर आई। उसने बैग अयांश को दे दिया और कहा, “ये मैं तुम्हारे लिए गिफ्ट लेकर आई थी तुम्हें बर्थडे पर देने के लिए। तुम नहाकर ये पहन लो और तैयार हो जाओ।” 


अयांश ने देखा बैग के अंदर एक ब्लैक जींस, एक नीले रंग की  टी-शर्ट और एक बहुत ही अच्छी ब्लैक रंग की जैकेट थी। वो उन्हें देखकर खुश हो गया क्योंकि ब्लैक रंग उसे बहुत पसंद था। वो कमरे में आकर जल्दी से नहाया और तैयार होकर बाहर आया। आहना ने उसे देखा तो मुस्कुरा दी। वो उन कपड़ों में बहुत ही प्यारा लग रहा था। 


“तुम बहुत अच्छे लग रहे हो।” कहते हुए आहना ने उसके गाल पर किस किया। 


"तुम भी बहुत खूबसूरत लग रही हो, टेडी बियर।" अयांश ने कहा और आहना के होठों को अपने होठों से छू लिया।


“ये क्या तुम मुझे टेडी बियर कहकर बुलाते रहते हो।” आहना ने कहा। 


“प्यार से कहता हूँ आहना। तुम भी मुझे प्यार से कुछ भी कहकर बुला सकती हो।” अयांश ने कहा तो आहना सोचने लगी और कहा, “ठीक है, आज से मैं भी तुम्हें प्यार से चॉकलेट कहकर बुलाऊंगी। तुम्हें तो पता है मुझे चॉकलेट्स कितनी पसंद है।” 


“और कोई नाम नही मिला तुम्हें। पर चलो ठीक है। मैंने ही ये कुछ भी का आइडिया तुम्हें दिया है तो अब ये नाम तो सुनना ही पड़ेगा। चलो अब नाश्ता करे। भूख लग रही है मुझे।” कहते हुए अयांश डाइनिंग टेबल पर बैठ गया। आहना भी उसके पास आ बैठी। 


नाश्ता करने के बाद वे दोनों कॉलेज गए। अपने लेक्चर अटेंड करने के बाद अभी दोनों कैंटीन में आकर बैठे थे ही थे की निखिल भी वहाँ आ गया और उनके साथ बैठ गया। उसे वहाँ देखकर आहना ने टेबल के नीचे से अयांश का हाथ पकड़ लिया। 


“हैप्पी बर्थडे, अयांश।” निखिल ने मुस्कराते हुए अयांश को विश किया पर उसकी नजर आहना पर थी। उसके इस तरह देखने से आहना असहज हो रही थी। वो वहाँ से जाना चाहती थी इसलिए उसने अयांश से कहा, “अयांश, घर चले। हमें रात की पार्टी की तैयारी भी करनी है।” 


अयांश ने आहना की बेचैनी को समझा और निखिल से कहा, “मैं तुमसे शाम को पार्टी में मिलूँगा, निखिल।” 


अयांश आहना का हाथ थामे कैंटीन से निकल गया। निखिल उन्हें चुपचाप जाते हुए देखता रहा। ये जानते हुए भी की आहना अयांश को चाहती है, वो अपने दिल में आहना के लिए फीलिंग्स को नही रोक पा रहा था।


अयांश और आहना कॉलेज से निकलकर अयांश के घर पहुँचे। जब वे अंदर आए तो उन्होंने राकेश और कबीर को लिविंग रूम में एक साथ बैठे देखा। लिविंग रूम में आकर दोनों कबीर और राकेश से मिले।


“हैप्पी बर्थडे, बेटा।” राकेश ने अयांश को विश किया। अयांश ने उनके पैर छुए। कबीर ने भी उसे विश किया तो अयांश ने उनके भी पैर छुए और फिर इधर-उधर देखते हुए पूछा, “पापा, मम्मी कहाँ है?”


“वो अपनी किसी फ्रेंड से मिलने गई है।” राकेश ने कहा। 


वो दोनों राकेश और कबीर के साथ वहीं बैठे बातें करने लगे। राकेश और कबीर उन्हें अपने कॉलेज टाइम के किस्से सुनाने लगे जिन्हें सुनने में उन दोनों को ही बहुत मजा आ रहा था। 


***


एक कैफे में रिधिमा टीना के साथ बैठी हुई थी।


“तुमसे इतने दिनों बाद मिलकर कितना अच्छा लग रहा है।” टीना ने खुश होकर कहा क्योंकि आखिरी बार वो दोनों दिवाली पर मिली थी। वेटर उनका ऑर्डर लेने के लिए उनकी टेबल पर आता है। 


“मैं एक कॉफी लुंगी।” रिद्धिमा ने कहा। 


“एक ब्लैक कॉफी और एक हॉट चॉकलेट।” टीना ने ऑर्डर दिया। वेटर उनका ऑर्डर लेकर चला गया। रिद्धिमा असमंजस में थी कि टीना ने साथ में ब्लैक कॉफी और हॉट चॉकलेट का ऑर्डर क्यों दिया। वो इस बारे में टीना से पूछने ही वाली थी की तभी एक लड़की रेस्टोरेंट के अंदर आई और किसी को ढूंढने लगी। जैसी ही उसकी नजर टीना पर पड़ी, वो मुस्कुराते हुए उनकी टेबल की ओर चली आई। उसकी मुस्कान बहुत ही सुंदर थी। 


“सॉरी मॉम, मुझे थोड़ी सी देर हो गई।” लड़की ने टीना के पास बैठते हुए कहा और फिर उसने रिद्धिमा की तरफ देखकर कहा, “हेलो आंटी।” 


“हेलो बेटा।” रिद्धिमा ने कहा जिसके जवाब में वो लड़की मुस्कुरा दी और फिर टीना से पूछा, “मॉम, क्या आपने मेरे लिए हॉट चॉकलेट ऑर्डर किया?”


“हाँ, मैंने तुम्हारा हॉट चॉकलेट ऑर्डर कर दिया है।” टीना ने नुपुर को देखते हुए कहा।


“आप वर्ल्ड की बेस्ट मॉम हो।”, कहते हुए नूपुर ने टीना को गले लगा लिया। रिद्धिमा नुपुर से मिलकर बहुत खुश थी। उसने टीना से कहा, “टीना, तुम्हें मुझे बताना चाहिए था नुपुर भी आ रही है। मैं अयांश को भी अपने साथ लेकर आती।” 


टीना जानती थी रिद्धिमा अयांश को नुपुर से क्यों मिलवाना चाहती है इसलिए उसने कहा, “कोई बात नही। जैसे हम दोस्त वैसे अयांश और नुपुर भी तो एक दूसरे के दोस्त ही हुए ना। फिर कभी मिल ही लेंगे ये दोनों भी एक दूसरे को।” 


“टीना, ये फिर कब आएगा कोई नही जानता है इसलिए आज ही। आज अयांश का बर्थडे है और मैं चाहती हूँ तुम नूपुर के साथ उसकी बर्थडे पार्टी में मेरे घर आओ आज।” रिद्धिमा ने कहा।


“रिद्धिमा, मैं आना तो चाहती हूँ लेकिन आज मैं थोड़ी बिजी हूँ।” टीना ने कहा। 


“पर मॉम, मैं बर्थडे पार्टी पर जाना चाहती हूँ। क्या आप अपना वर्क कैंसल नही कर सकते?”, नूपुर ने टीना की तरफ उम्मीद से देखते हुए कहा क्योंकि उसे पार्टीज में जाना अच्छा लगता था।


“ठीक है, अगर मेरी बेटी चाहती है तो हम जाएंगे।” टीना ने कहा जिसे सुनकर नुपुर खुश हो गई। वेटर उनकी कॉफी टेबल पर रख कर चला गया। तीनों ने बाते करते हुए अपनी कॉफी खत्म की और फिर रेस्टोरेंट से बाहर आ गई।


रिद्धिमा ने नुपुर के गाल को छुआ और कहा, “ठीक है नूपुर, मैं तुम्हारा इंतजार करूंगी आज शाम को।” 


“जी आंटी, मैं जरूर आऊंगी।” नूपुर ने कहा और गाड़ी के अंदर बैठ गई। टीना भी रिद्धिमा से मिलकर गाड़ी में बैठकर

 चली गई।


"शायद नूपुर से मिलने के बाद, अयांश आहना को भूल जाए।" रिद्धिमा ने खुश होकर सोचा।



Continued in जिंदा रहती है हमेशा मोहब्बतें - 10


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