काश मैं तुम्हे बता पाती,
की तुमने जो कहा था,
वो बिल्कुल नही हो रहा।
तुमने तो कहा था की भूल जाऊंगी मैं तुम्हे वक्त के साथ साथ
पर मेरा तो एक भी पल ऐसा नही गुजर रहा,
जहा हमारे खूबसूरत साथ की यादें,
वो किस्मत और वादों की बातें,
आज पर भारी न हो रही हो।
वो एक साथ हमारा हाथों में हाथ थामे चलना,
कसकर एक दूसरे को गले से लगाना,
ये हक मुझपे शायद किसी और का हो गया है अब,
हर वक्त मेरे साथ बेशक कोई और होता है,
पर ख्याल और यादें,
हर पल दिल में तुम्हारी ही होती है।
No comments:
Post a Comment