Wednesday 3 April 2024

जिंदा रहती है हमेशा मोहब्बतें - 4



आहना को गलतफहमी हो गई थी की अयांश उसे डेट पर सिर्फ इसलिए लेकर जाना चाहता है क्योंकी राकेश चाहते है की अयांश उससे शादी करले पर अयांश को ये बात पता तक नही थी कि राकेश उसकी और आहना की शादी करवाना चाहते है। वो ये जानकर हैरान था। वो समझ चुका था की आहना को बहुत बड़ी गलतफहमी हो चुकी है। वो परेशान हो गया की अब आहना की गलतफहमी को वो कैसे दूर करे क्योंकि आहना को ये गलतफहमी भी हुई होगी की उसने कबीर के ऑपरेशन के लिए मदद करके भी आहना के ऊपर एक एहसान किया है जिसके बदले में वो अब उससे शादी करना चाहता है। उसने एक गहरी सांस ली और आहना से कहा, “आहना, मुझे आराम से बताओ तुम्हें ये किसने बताया कि पापा मेरी और तुम्हारी शादी करवाना चाहते है।” 


आहना ने उसे सब कुछ बता दिया। “क्या पापा कबीर अंकल से शाम को ये बात करना चाहते थे? मुझे आहना को समझाने की कोशिश करनी चाहिए।” अयांश ने मन ही मन में सोचा और फिर आहना से पूछा, "आहना, क्या तुम मुझ पर भरोसा करती हो?"


“मैं तुम पर भरोसा करती हूँ अयांश लेकिन…।” इससे पहले कि आहना अपनी बात खत्म करती, अयांश ने कहा "आहना, मुझे नही पता था पापा ये चाहते है। मैं तुम्हें डेट पर पापा के कहने से नही खुद लेके जाना चाहता हूँ तो खुदको किसी भी गलतफहमी में मत रखो। बस मुझपर भरोसा रखो। मैं तुमसे शादी करने के बारे में तभी सोचूंगा जब मुझे तुमसे प्यार हो जाएगा और उस वक्त मैं पूरी दुनिया को बता दूंगा कि तुम सिर्फ मेरी हो। ठीक है, टेडी बियर।” 


“मैं टेडी बियर नही हूँ।” आहना ने कहा। 


“तुम जितनी क्यूट हो ना। तुम मेरी टेडी बियर ही हो।” अयांश ने हंसते हुए कहा। 


“मुझे नही बात करनी तुमसे। कल कॉलेज में मिलते है। अभी मुझे सोना है।” आहना ने झूठा गुस्सा दिखाते हुए कहा और फोन काटने ही वाली थी कि अयांश ने उसे ऐसा करने से रोक दिया। 


“अब क्या हुआ अयांश?" आहना ने हल्का सा चिड़ते हुए कहा।


“तुमने मेरे सवाल का जवाब नही दिया। चलोगी डेट पर मेरे साथ या अब भी गुस्से में हो।” अयांश ने पूछा। 


“मैं तैयार हूँ।” आहना ने मुस्कुराते हुए कहा जिसे अयांश महसूस कर पा रहा था। 


“एक बार फिर बोलना। मैंने सुना नही।” अयांश ने खुश होते हुए कहा। 


“सो जाओ, अयांश।” आहना ने हंसते हुए कहा और फोन काट दिया। 


सन्डे की शाम को अयांश आहना को अपने साथ होटल लेवेंडर्स में लेकर गया। अयांश के पिता दिल्ली के एक अमीर बिजनेस मैन थे और उनके कई होटल भी थे इसलिए अयांश के लिए उनके होटल में सारे इंतजाम करना आसान था। 


अयांश आहना को होटल के एक हिस्से में बने एक खुबसूरत गार्डन में लेकर आया जिसे बहुत सारे फूलों, गुब्बारों और खुशबू वाली मोमबत्तियों से सजाया गया था। गार्डन के बीच में आहना के पसंदीदा फूलों से सजी एक टेबल लगी हुई थी। आहना गार्डन की खूबसूरती देखने में इस कदर खो गई कि उसे ख्याल ही नही रहा की वो यह अयांश के साथ आई है। उसने मन ही मन में सोचा,  “मैंने सपने में भी नही सोचा था कि अयांश मेरे लिए ऐसा कुछ करेगा।" 


उसे ऐसे खोया हुआ देखकर अयांश ने उसे आवाज लगाई जिससे उसकी तंद्रा टूटी और वो अयांश के पास चली आई। अयांश ने उसके बैठने के लिए कुर्सी खींची। 


“थैंक यू।” आहना ने कुर्सी पर बैठते हुए कहा। अयांश भी उसके सामने वाली कुर्सी पर बैठ गया और पूछा, “क्या तुम्हें ये सब पसंद आया, आहना?” 


“हाँ, ये सब बहुत अच्छा है।” आहना ने खुश होते हुए कहा। 


अयांश मुस्कुराया और कहा, “आहना, मैं चाहता हूँ कि तुम बस खुश रहो हमेशा।” 


जल्द ही, कुछ वेटर अपने हाथों में कई सारी डिशेज लेकर वहाँ आ गए। हर एक डिश आहना की पसंद की थी।


“अयांश, मुझे तुमसे प्यार होने लगेगा अगर तुम हमेशा मुझे ऐसे ही स्पेशल फील करवाओगे।” उन डिशेज को देख आहना ने अयांश से हँसते हुए कहा।


अयांश ने आहना का हाथ पकड़कर कहना शुरू किया, “यही तो मैं चाहता हूँ की तुम्हें मुझसे प्यार हो जाए। आहना, हम बहुत अच्छे दोस्त है पर पिछले कुछ दिनों से मैं तुम्हारे लिए एक अलग ही फीलिंग महसूस कर रहा था जिसे मैं अब तक समझ नही पा रहा था। खुद से भी ज्यादा तुम्हारी परवाह रहने लगी मुझे। इतनी की मैं तुम्हे परेशान नही देख पा रहा था। ना ही मैं तुम्हारी आँखों में आँसू देख पा रहा था। मैंने खुदको बहुत समझाया कि ये सब फीलिंग्स प्यार नही है पर मेरा दिल नही माना। मुझे तुमसे प्यार हो गया है, आहना। आई लव यू।”


“मैं भी तुमसे बहुत प्यार करती हूँ, अयांश।” आहना ने खुशी से मुस्कुराकर कहा। 


अयांश ने उसके हाथ को अपने होठों से छुआ और फिर वो दोनों खाना खाने लगे। खाना खाने के बाद वे कुछ देर गार्डन में टहलते लगे। आहना अयांश के कंधे पर सिर टिकाए उसकी बाँह पकड़ कर चल रही थी। अयांश का हाथ उसकी कमर पर था। वे दोनों एक दूसरे में इतने खोए हुए थे कि उन्हें पता ही नहीं चला कि कोई उन्हें चुपके से देख रहा है। 


“अयांश, हम इसी तरह बहुत सारे खूबसूरत लम्हें जीयेंगे न जिंदगी भर।” आहना ने उसकी आँखों में देखते हुए पूछा। 


अयांश ने उसके माथे को चूमा और कहा, “हमारी आने वाली जिंदगी सबसे खूबसूरत होगी। बहुत सारे प्यार और खुशीयों से भरी हुई। मैं तुमसे बहुत प्यार करता हूँ, आहना और हमेशा करता रहूंगा।” 


आहना ने उसके गाल को अपने होठों से छू दिया और उसके गले लग गई। 


देर रात अयांश ने आहना को उसके घर छोड़ा और अपने घर जाने लगा। वह अभी भी आहना की मौजूदगी और उसके होठों की छुअन को अपने गाल पर महसूस कर रहा था। कुछ देर बाद उसने गाड़ी अपने घर के सामने रोकी। वो गाड़ी से उतरकर अपने घर के अंदर आया और देखा कि उसकी मां, रिद्धिमा सोफे पर बैठी है। वो उनके पास आया और पूछा, “मम्मी, आप अभी तक सोई क्यों नहीं?” 


“मैं तुम्हारा इंतजार कर रही थी क्योंकि मुझे तुमसे कुछ बात करनी है।" रिद्धिमा ने उसे देखते हुए कहा। 


“किस बारे में मम्मी?" अयांश ने पूछा। वो सोच रहा था कि रिद्धिमा को उसके साथ ऐसी क्या बात करनी है जिसके लिए वो अभी तक जाग रही थी।


Continued in जिंदा रहती है हमेशा मोहब्बतें - 5






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